गौरव ममगाईं, अमर उजाला, देहरादून
Updated Sun, 17 Jan 2021 10:16 AM IST
गैस सिलिंडर (प्रतीकात्मक तस्वीर) – फोटो : SELF
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राजधानी देहरादून में अन्य इलाकों से पढ़ने व नौकरी करने आए छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को अब नया रसोई गैस कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए तेल कंपनी ने पिछले महीने जारी हुए छोटू सिलिंडर (पांच किलो) देने का फैसला किया है। इसके तहत कॉलेज व हॉस्टल के समीप परचून की दुकानों पर ‘छोटू’ सिलिंडर मुहैया कराए जाएंगे।
तेल कंपनी ने सभी गैस एजेंसी को इस योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए हैं। शहर की गैस एजेंसी ने कार्रवाई शुरू भी कर दी है। एजेंसी स्तर पर कॉलेज व हॉस्टल के समीप दुकानदारों को योजना की जानकारी दी जा रही है।
योजना से जुड़ने के इच्छुक दुकानदारों की सूची तैयार हो रही है। कई दुकानदारों को गैस सिलिंडर मुहैया भी करा दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने पिछले महीने छोटू गैस सिलिंडर लांच किया था। इसमें दुकानदारों को भी छोटू सिलिंडर बेचने की अनुमति दी गई है।
नियम भी सरल बनाए आम तौर पर घरेलू कनेक्शन लेने के लिए लंबी औपचारिकता होती है, लेकिन छोटू सिलिंडर के लिए नियम बेहद सरल बनाए गए हैं। कनेक्शन लेने के लिए सिर्फ आधार कार्ड या अन्य फोटो पहचानपत्र दिखाना होगा। एक व्यक्ति एक से अधिक सिलिंडर भी ले सकता है।
20 सिलेंडर से ज्यादा रखने पर रोक एक दुकान में अधिकतम 100 किलो गैस से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यानी 20 सिलिंडर (पांच किलो वाले) से ज्यादा नहीं होने चाहिए। यह शर्त सुरक्षा की दृष्टि से लागू की गई है।
आईओसी के अधिकारियों ने बताया कि पांच किलो के सिलिंडर से गैस की अवैध रिफिलिंग खत्म होगी। इसका दाम भी कम रहेगा। बाजार में प्रति किलो औसतन 100 रुपये रिफिलिंग के लिए जाते हैं। जबकि छोटू सिलिंडर में गैस के लिए सिर्फ 411 रुपये देने होंगे। सिलिंडर के लिए 944 रुपये (800 रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी) देने होंगे। अधिकारियों ने बताया कि अवैध रूप से बिक रहे सिलिंडर सुरक्षा के नजरिये से खतरनाक साबित होते हैं। वहीं छोटू सिलिंडर की कंपनी द्वारा खास टेस्टिंग की जाती है।
शुरुआती चरण में ‘छोटू’ सिलिंडर छात्रों को मुहैया कराने पर जोर दिया जा रहा है। छात्रों को गैस कनेक्शन लेने में बहुत परेशानी आती है। छोटू सिलिंडर आसानी से मिल जाएगा। इससे छात्रों के साथ ही नौकरीपेशे वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। -चमन लाल, अध्यक्ष, ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन
पांच किलोग्राम का छोटू सिलिंडर सिर्फ पहचानपत्र दिखाकर लिया जा सकता है। एजेंसी को छात्रों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। एजेंसी तेजी से दुकानदारों को योजना से जोड़ रही हैं। इसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने शुरू हुए हैं। -प्रभात कुमार वर्मा, एरिया चीफ मैनेजर, आईओसी
सार
छात्र व नौकरीपेशे वालों को प्राथमिकता, तेल कंपनी ने एजेंसियों को दिए निर्देश
विस्तार
राजधानी देहरादून में अन्य इलाकों से पढ़ने व नौकरी करने आए छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को अब नया रसोई गैस कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए तेल कंपनी ने पिछले महीने जारी हुए छोटू सिलिंडर (पांच किलो) देने का फैसला किया है। इसके तहत कॉलेज व हॉस्टल के समीप परचून की दुकानों पर ‘छोटू’ सिलिंडर मुहैया कराए जाएंगे।
तेल कंपनी ने सभी गैस एजेंसी को इस योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए हैं। शहर की गैस एजेंसी ने कार्रवाई शुरू भी कर दी है। एजेंसी स्तर पर कॉलेज व हॉस्टल के समीप दुकानदारों को योजना की जानकारी दी जा रही है।
योजना से जुड़ने के इच्छुक दुकानदारों की सूची तैयार हो रही है। कई दुकानदारों को गैस सिलिंडर मुहैया भी करा दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने पिछले महीने छोटू गैस सिलिंडर लांच किया था। इसमें दुकानदारों को भी छोटू सिलिंडर बेचने की अनुमति दी गई है।
नियम भी सरल बनाए
आम तौर पर घरेलू कनेक्शन लेने के लिए लंबी औपचारिकता होती है, लेकिन छोटू सिलिंडर के लिए नियम बेहद सरल बनाए गए हैं। कनेक्शन लेने के लिए सिर्फ आधार कार्ड या अन्य फोटो पहचानपत्र दिखाना होगा। एक व्यक्ति एक से अधिक सिलिंडर भी ले सकता है।
20 सिलेंडर से ज्यादा रखने पर रोक
एक दुकान में अधिकतम 100 किलो गैस से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यानी 20 सिलिंडर (पांच किलो वाले) से ज्यादा नहीं होने चाहिए। यह शर्त सुरक्षा की दृष्टि से लागू की गई है।
फायदे का सौदा है छोटा सिलिंडर
आईओसी के अधिकारियों ने बताया कि पांच किलो के सिलिंडर से गैस की अवैध रिफिलिंग खत्म होगी। इसका दाम भी कम रहेगा। बाजार में प्रति किलो औसतन 100 रुपये रिफिलिंग के लिए जाते हैं। जबकि छोटू सिलिंडर में गैस के लिए सिर्फ 411 रुपये देने होंगे। सिलिंडर के लिए 944 रुपये (800 रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी) देने होंगे। अधिकारियों ने बताया कि अवैध रूप से बिक रहे सिलिंडर सुरक्षा के नजरिये से खतरनाक साबित होते हैं। वहीं छोटू सिलिंडर की कंपनी द्वारा खास टेस्टिंग की जाती है।
शुरुआती चरण में ‘छोटू’ सिलिंडर छात्रों को मुहैया कराने पर जोर दिया जा रहा है। छात्रों को गैस कनेक्शन लेने में बहुत परेशानी आती है। छोटू सिलिंडर आसानी से मिल जाएगा। इससे छात्रों के साथ ही नौकरीपेशे वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। -चमन लाल, अध्यक्ष, ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन
पांच किलोग्राम का छोटू सिलिंडर सिर्फ पहचानपत्र दिखाकर लिया जा सकता है। एजेंसी को छात्रों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। एजेंसी तेजी से दुकानदारों को योजना से जोड़ रही हैं। इसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने शुरू हुए हैं। -प्रभात कुमार वर्मा, एरिया चीफ मैनेजर, आईओसी