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माघ मेला क्षेत्र में कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां अभी अधूरी हैं। कोविड जांच केंद्र और सामान्य अस्पतालों की स्थापना नहीं हो सकी है। मेले का पहला स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति का होगा, लेकिन मेला क्षेत्र में कोरोना जांच और श्रद्धालुओं के उपचार की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जा सकी है। मेला पुलिस लाइन के पांच होमगार्डों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमण का खतरा बढ़ा है। ऐसे में मेला क्षेत्र में कोरोना प्रोटोकॉल और शासनादेश का पालन करना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है।
माघ मेला क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सिपाहियों, होमगार्डों की कोविड जांच कराई। पांच होमगार्डों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। पुलिस लाइन में कोरोना जांच का क्रम अभी जारी रहेगा। माघ मेला क्षेत्र में पूर्णिमा से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। श्रद्धालुओं, कल्पवासियों सहित बड़ी संख्या में लोग मेला क्षेत्र आएंगे।
शासन की गाइड लाइन के मुताबिक मेला क्षेत्र में प्रवेश के पहले कोविड जांच रिपोर्ट दिखानी होगी। मेला प्रशासन ने हर सेक्टर में कोविड अस्पताल और जांच केंद्र बनाने की बात कही थी, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं किया जा सका है। मेला क्षेत्र में अस्पतालों की स्थापना और कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने, जांच की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को सौंपी है, लेकिन किसी भी सेक्टर में अस्पताल तैयार नहीं हो सके हैं।
सच्चाई यह है कि मेला क्षेत्र में स्थापित होने वाला सामान्य अस्पताल भी अभी तैयार नहीं किया जा सका है। मेला क्षेत्र की सभी सड़कों और घाटों के पास शौचालय निर्माण का काम अधूरा है। जबकि तीन दिन पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में मेला क्षेत्र में सफाई, शौचालय और अस्पतालों की स्थापना के साथ कोविड संक्रमण की रोकथाम और जांच की फुलप्रूफ व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए थे। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग मेला क्षेत्र में तैयारियों को पूर्ण कराने में काफी पिछड़ा है। यह आने वाले समय में मेले में अव्यवस्था का बड़ा कारण बन सकता है।
माघ मेला क्षेत्र में कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां अभी अधूरी हैं। कोविड जांच केंद्र और सामान्य अस्पतालों की स्थापना नहीं हो सकी है। मेले का पहला स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति का होगा, लेकिन मेला क्षेत्र में कोरोना जांच और श्रद्धालुओं के उपचार की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जा सकी है। मेला पुलिस लाइन के पांच होमगार्डों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमण का खतरा बढ़ा है। ऐसे में मेला क्षेत्र में कोरोना प्रोटोकॉल और शासनादेश का पालन करना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है।
माघ मेला – फोटो : prayagraj
माघ मेला क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सिपाहियों, होमगार्डों की कोविड जांच कराई। पांच होमगार्डों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। पुलिस लाइन में कोरोना जांच का क्रम अभी जारी रहेगा। माघ मेला क्षेत्र में पूर्णिमा से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। श्रद्धालुओं, कल्पवासियों सहित बड़ी संख्या में लोग मेला क्षेत्र आएंगे।
माघ मेला। – फोटो : prayagraj
शासन की गाइड लाइन के मुताबिक मेला क्षेत्र में प्रवेश के पहले कोविड जांच रिपोर्ट दिखानी होगी। मेला प्रशासन ने हर सेक्टर में कोविड अस्पताल और जांच केंद्र बनाने की बात कही थी, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं किया जा सका है। मेला क्षेत्र में अस्पतालों की स्थापना और कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने, जांच की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को सौंपी है, लेकिन किसी भी सेक्टर में अस्पताल तैयार नहीं हो सके हैं।
माघ मेला। – फोटो : prayagraj
सच्चाई यह है कि मेला क्षेत्र में स्थापित होने वाला सामान्य अस्पताल भी अभी तैयार नहीं किया जा सका है। मेला क्षेत्र की सभी सड़कों और घाटों के पास शौचालय निर्माण का काम अधूरा है। जबकि तीन दिन पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में मेला क्षेत्र में सफाई, शौचालय और अस्पतालों की स्थापना के साथ कोविड संक्रमण की रोकथाम और जांच की फुलप्रूफ व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए थे। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग मेला क्षेत्र में तैयारियों को पूर्ण कराने में काफी पिछड़ा है। यह आने वाले समय में मेले में अव्यवस्था का बड़ा कारण बन सकता है।