माघ मेले में जमीन को लेकर आचार्यबाड़ा के संतों में लाठी-डंडे चले, कई घायल, तीन हिरासत में

अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Updated Sun, 03 Jan 2021 09:27 PM IST
prayagraj news : माघ मेले में भूमि को लेकर आचार्यबाड़ा के संतों में मारपीट हो गई।
– फोटो : prayagraj
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माघ मेले में आचार्यबाड़ा का भूमि विवाद रविवार को सिर फुटौव्वल तक पहुंच गया। शिविर लगवाने के दौरान रामानुज नगर वैष्णव समिति आचार्यबाड़ा के अध्यक्ष जगद्गुरु रामानुजाचार्य अच्युत प्रपन्नाचार्य को पहले बाइक से धक्का देकर गिरा दिया गया। फिर, उन पर लाठियों से हमला कर दिया गया। बीच-बचाव में अच्युत समर्थकों ने भी हमलावरों पर लाठियां चलाईं। जानकारी मिलने के बाद प्रभारी मेलाधिकारी समेत कई अफसर मौके पर पहुंच गए। इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर घंटों प्रयागवाल थाने में बैठाया गया, लेकिन प्राथमिकी दर्ज न कराए जाने की वजह से छोड़ दिया गया।
दो फाड़ हुए आचार्यबाड़ा के दोनों धड़ों के संतों में भूमि आवंटन के समय से ही विवाद चल रहा है। रामानुजनगर वैष्णव समिति के संत नक्शे के आधार पर भूमि आवंटन न कराने का आरोप रामानुज नगर प्रबंध समिति आचार्यबाड़ा के संतों पर लगाते रहे हैं। इस बीच रविवार को रामानुजनगर वैष्णव समिति के अध्यक्ष अच्युत प्रपन्नाचार्य सेक्टर-पांच स्थित जीटी रोड-अन्नपूर्णा मार्ग पर अपना शिविर लगवाने के लिए पहुंचे थे।
बांस-बल्ली गाड़ने का काम शुरू होने के बाद ही स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य के समर्थक वहां पहुंचे और उनको शिविर लगाने से मना करने लगे। विष्णु प्रपन्नाचार्य समर्थकों का कहना था कि वह जमीन उनकी है, वहीं दूसरे का शिविर नहीं लगने दिया जाएगा। बात तब और बढ़ गई जब विष्णु प्रपन्नाचार्य के समर्थक अच्युत प्रपन्नाचार्य का शिविर उखाड़ने लगे।
बांस-बल्ली उखाड़ने का विरोध करने पर एक युवक ने अच्युत प्रपन्नाचार्य पर बाइक चढ़ा दी। पैर पर बाइक चढ़ने और धक्का लगने से वग गिर पड़े। इसके बाद लाठियों से उन्हें पीटा जाने लगा। फिर, अच्युत समर्थकों ने भी लाठी-डंडे से हमलावरों को खदेड़ लिया। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची प्रयागवाल पुलिस ने हमला करने वाले आचार्य पुरुषोत्तम और रोशन पांडेय को हिरासत में ले लिया। लेकिन, देर शाम तक जब अच्युत प्रपन्नाचार्य की ओर से प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई, तब मेलाधिकारी की ओर से दोनों को छोड़ दिया गया।
मारपीट के बाद पहुंचे मेला अफसर, कराई जांच
प्रयागराज। भूमि विवाद को लेकर आचार्यबाड़ा के संतों में लाठी-डंडे चलने की जानकारी मिलने के बाद प्रभारी मेलाधिकारी और मेला प्रबंधक मौके पर पहुंच गए। दोनों अफसरों ने भूमि की वास्तविक स्थिति की पड़ताल कराई। फिर नक्शा मंगाकर जब देखा गया, तब पता चला कि वहां विष्णु प्रपन्नाचार्य की भूमि है ही नहीं। उनके समर्थक किसी के उकसाने पर वहां अच्युत प्रपन्नाचार्य का शिविर उखाड़ने पहुंच गए थे।
- मुझे सेक्टर पांच में अन्नपूर्णा मार्ग पर 575 गुणे 200 वर्गफीट भूमि आवंटित होती रही है। मेलाधिकारी ने कहा था कि उनकी भूमि में कटौती नहीं की जाएगी, लेकिन इस बार 475 गुणे 200 वर्ग फीट भूमि ही दी गई है। उसी जमीन पर शिविर लगाने के दौरान विष्णु प्रपन्नाचार्य के लोगों ने विवाद खड़ा कर दिया।- अच्युत प्रपन्नाचार्य, अध्यक्ष रामानुज नगर वैष्णव समिति(आचार्यबाड़ा)।