‘आखिर कब तक हम सर्दी में यहां बैठे रहेंगे’, सुसाइड नोट में किसानों का दर्द बयां कर बाबा कश्मीर सिंह फंदे पर झूले

अमर उजाला नेटवर्क, रामपुर, Updated Sun, 03 Jan 2021 10:14 AM IST
कृषि कानून के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन में रामपुर के किसान बाबा कश्मीर सिंह ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। आत्महत्या करने से पहले गुरुमुखी में लिखे गए अपने सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार सरकार को बताया है। लिखा कि आखिर हम कब तक यहां सर्दी में बैठे रहेंगे। ये सरकार सुन नहीं रही है और इसलिए अपनी जान देकर जा रहा हूं ताकि कोई हल निकल सके।