संवाद न्यूज एजेंसी, तलवाड़ा (पंजाब)
Updated Fri, 01 Jan 2021 10:07 PM IST
पौंग बांध वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों की मौत। – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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वेटलैंड पौंग बांध में तीन दिन में अब तक करीब 938 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है। विभाग मामले की जांच करा रहा है। डीएफओ राहुल एम रोहाणे व रेंज अफसर सेवा सिंह ने बताया कि अब तक पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार प्रवासी पक्षियों की मौत कैसे हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पौंग झील में अगर कोई प्रवासी पक्षियों का शिकार करता मिला तो उसके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मरने वाले प्रवासी पक्षियों में बार हेडिड गीज की संख्या सबसे अधिक है। बता दें है कि ब्यास नदी पर बने पौंग बांध के जलाशय महाराणा प्रताप सागर में प्रवासी पक्षियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अभी तक यहां करीब 50 हजार प्रवासी परिंदे पहुंच चुके हैं। प्रवासी पक्षियों की गणना 31 दिसंबर को होनी थी। इस बीच 29 दिसंबर को प्रवासी पक्षियों के अचानक मृत्यु हो जाने से गणना का काम अब दो जनवरी को किया जाएगा। बता दें कि पौंग झील के किनारे 29 दिसंबर को 530 और 30 दिसंबर को 310 प्रवासी पक्षी मृत मिले थे।
वेटलैंड पौंग बांध में तीन दिन में अब तक करीब 938 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है। विभाग मामले की जांच करा रहा है। डीएफओ राहुल एम रोहाणे व रेंज अफसर सेवा सिंह ने बताया कि अब तक पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार प्रवासी पक्षियों की मौत कैसे हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पौंग झील में अगर कोई प्रवासी पक्षियों का शिकार करता मिला तो उसके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मरने वाले प्रवासी पक्षियों में बार हेडिड गीज की संख्या सबसे अधिक है। बता दें है कि ब्यास नदी पर बने पौंग बांध के जलाशय महाराणा प्रताप सागर में प्रवासी पक्षियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अभी तक यहां करीब 50 हजार प्रवासी परिंदे पहुंच चुके हैं। प्रवासी पक्षियों की गणना 31 दिसंबर को होनी थी। इस बीच 29 दिसंबर को प्रवासी पक्षियों के अचानक मृत्यु हो जाने से गणना का काम अब दो जनवरी को किया जाएगा। बता दें कि पौंग झील के किनारे 29 दिसंबर को 530 और 30 दिसंबर को 310 प्रवासी पक्षी मृत मिले थे।