नीतीश कुमार के हर फैसले में रही है रामचंद्र प्रसाद सिंह की दखल

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) दल के नेता आरसीपी सिंह।
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
नीतीश के अच्छे दोस्त ही नहीं, बडे़ सियासी सलाहकार भी रहे हैं जदयू के नए अध्यक्ष
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का एलान किया। पूर्व आईएएस अधिकारी आरसीपी सिंह नीतीश के अच्छे दोस्त ही नहीं, बल्कि उनके बड़े सियासी सलाहकारों में भी हैं।
शायद ही ऐसा कोई फैसला हो, जो नीतीश कुमार ने बिना आरसीपी सिंह की सलाह के लिया हो। आरसीपी सिंह न सिर्फ नीतीश के सजातीय हैं, बल्कि उनके ही गृह जिले नालंदा के मूल निवासी हैं। शुरुआती पढ़ाई नालंदा से करने के बाद उन्होंने पटना साइंस कॉलेज से पढ़ाई की। बाद की शिक्षा जेएनयू से पूरी की।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश ने कहा, आरसीपी सिंह संगठन का काम काफी पहले से देख रहे हैं। वह संगठन महासचिव का पद भी संभाल रहे हैं। नीतीश के इस प्रस्ताव पर सभी ने हामी भरी और तय हो गया कि आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। इसमें आरसीपी सिंह को अध्यक्ष बनाने का औपचारिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा।
इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद ही आरसीपी सिंह औपचारिक रूप से पार्टी अध्यक्ष बन जाएंगे। अमर उजाला ने तीन दिन पहले ही खबर छापी थी कि नीतीश ने आरसीपी सिंह को अपना उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक में की थी।